शत शत नमन
कभी कभी जिंदगी में ऐसे अनमोल लोग मिलते हैं जिनसे अटूट से रिश्ते अपने आप ही बन जाते हैं। ऐसे ही अपनेपन के धागे कुछ यूँ जुड़े हैं आपसे कि जिनको नमन किये बिना हम रह नहीं पाते हैं । आपको शत शत नमन करते हैं। । आप जैसी शख्सियत से मिलना मेरा सौभाग्य रहा है फ़ेसबुक की पहचान को आगे बढ़ाने का जज़्बा रहा है। आज फेस टू फेस रूबरू होने का संकल्प पूरा हुआ है इसलिए आपको नमन किये बिना हम रह नहीं पाते हैं। आपको शत शत नमन करते हैं । । वैसे तो उस जे .पी .सभागार से नाता बड़ा ही पुराना रहा है वो रघुवंशी सर से सम्मान पाना मेरा यादगार लम्हा रहा है। और आपसे उसी सभागार में मुलाकात होना संजोग रहा है इसलिए आपको नमन किये बिना हम रह नहीं पाते हैं । आपको शत शत नमन करते हैं । । आज फोन के बजने पर कानों को यकीन नहीं हो रहा है अनजाने मे...