एक छोटी सी इल्तिजा

हुआ जो संजोग आपको कुछ तोहफा देने का
तो सोचा अपनी ही कलम को ढाल बनाने का
आज बस यही शुभकामनाएं देना चाहूंगी
कि सदा खुशियों से भरा रहे दामन आपका
            यूँही मुस्कुराता रहें जीवन आपका

शुरू करती हूँ अपनी बात बड़े अदब से
लेकिन उससे पहले करती हूँ नमन आपसे
शुक्रगुज़ार हूँ अपने उस खुदा की
 जिसने आप जैसी शख्सियत से
                            रू-ब-रू  कराया मुझे

जन्मदिन के इस मौके पर आज हमसे
अल्फाज़ की आवाज़ यही कहती है कि

आपके जीवन के रास्ते हमेशा गुलज़ार रहें 
चेहरे पर आपके सदा यूँही मुस्कान बनी रहें
बस सदफ की यही छोटी सी इल्तिजा है कि  
ज़िन्दगी में हर दिन खुशियों की बहार आती रहे
                            हर ख्वाहिश पूरी होती रहे 







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