आज हमें वो गुज़रा ज़माना याद आता है
बीते हर लम्हें की फिर से याद दिलाता है
वो ठहाके लगा कर  हम लोगों का पढ़ना
आपके द्वारा टॉपिक का एक्सप्लेन करना
सच में .........
सब कुछ बड़ी शिद्दत से बहुत याद आता है

क्लास की मस्ती का नज़ारा याद आता है
हँसी के फव्वारों का सितम कहर ढाता है
आपके लेक्चर को सुनने का यूँ असर होता
कि बारिश में भी हमको क्लास आना होता
सच में ........
सब कुछ बड़ी शिद्दत से बहुत याद आता है

पढ़ाई के प्रेशर का तांडव कुछ यूँ होता है
रात में भी आपको परेशान करना होता है
कॉम्पीटिशन में अव्वल आने का हौसला
फिर फर्स्ट प्राइज़ झटकने का वो जज़्बा
सच में ........
सब कुछ बड़ी शिद्दत से बहुत याद आता है

आपका वो स्पेशल  ट्रीटमेंट याद आता  है 
मेम के बजाय दोस्ती का हाथ याद आता है
आपकी शख्शियत का कुछ यूँ  असर हुआ
सदफ के आगे बढ़ने का दौर अब शुरू हुआ
सच में.......
सब कुछ बड़ी शिद्दत से बहुत याद आता है




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