जिंदगी की दौड़

सुबह होती है
शाम होती है
इन्हीं लम्हों के नाम
जिंदगी तमाम होती है

सूरज का निकलना
चन्दा का निकलना
आभास कराता है बस
जिंदगी की दौड़ का

सूरज संग रोशनी का होना
चंदा संग चमक का होना
इस धूप छाँव में ही बस
जिंदगी के रंगों का होना

कभी कभी रंगों से रंगी जिंदगी में
कुछ रंग बेरंग से हो जाते हैं
लेकिन मायूस न हो आज नहीं तो  कल
सदफ सारे बेरंग रंगीन हो जायेंगें

          @सदफ@


Comments

Popular posts from this blog

लेखनी का मकसद

कोई अपना नहीं