यूं ज़िंदगी के ख़्वाब दिखा गया कोई 

मुस्कुराके अपना बना गया कोई

बहती हुई हवाओं को यूं थाम ले गया कोई

सावन में आके कोयल का गीत सुना गया कोई 

यूं अपने प्यार की हवा से गम को मिटा गया कोई

मीठे सपनों में आके अपना बना गया कोई 

धूल लगी किताब के पन्ने पलट गया कोई

उसमें सूखे हुए गुलाब की याद दिला गया कोई 

यूं ज़िंदगी में फिर से प्यार की बरसात दे गया कोई 

बिन आहट के इस दिल में जगह बना गया कोई

यूं फिर से मुझे जीने का मकसद सीखा गया कोई

बिन आहट अपना बना गया कोई❤️❤️❤️

💞💞💞💞💞💞💞💞💞

शालिनी मोहतरमा आपके लिए।  

आपकी अपनी सदफ💕💗







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